यहोवा के साक्षियों के धर्म की शुरूआत किसने की?
हमारे ज़माने में यहोवा के साक्षियों के संगठन की शुरूआत 19वीं सदी के आखिर में हुई। उस समय अमरीका के पेन्सिलवेनिया में पिट्सबर्ग शहर के पास एक छोटा-सा समूह रहता था जो बाइबल विद्यार्थियों के नाम से जाना जाता था। उन्होंने बाइबल को सिलसिलेवार तरीके से जाँचना शुरू किया। वे यह देखने लगे कि क्या चर्च की शिक्षाएँ वाकई बाइबल से मेल खाती हैं या नहीं। बाइबल से उन्होंने जो सीखा उसे वे किताबों, अखबारों और एक पत्रिका में छापने लगे, जो आज इस नाम से जानी जाती है, प्रहरीदुर्ग—यहोवा के राज्य की घोषणा करता है।
नेकदिल बाइबल विद्यार्थियों के उस समूह में एक आदमी था जिसका नाम चार्ल्स टेज़ रसल था। हालाँकि उस समय रसल ने बाइबल से शिक्षा देने के काम में अगुवाई ली और वह प्रहरीदुर्ग का पहला संपादक था, फिर भी उसने किसी नए धर्म की शुरूआत नहीं की। रसल और दूसरे बाइबल विद्यार्थियों का लक्ष्य था, यीशु मसीह की शिक्षाओं को फैलाना और पहली सदी की मसीही मंडली के नक्शे-कदम पर चलना। यीशु ने ही मसीही धर्म की शुरूआत की, इसलिए हम उसे अपने संगठन का संस्थापक मानते हैं।—कुलुस्सियों 1:18-20.