बाइबल हमें क्या सिखाती है?
इस किताब को इस तरह तैयार किया गया है ताकि आप जान सकें कि बाइबल अलग-अलग विषयों के बारे में क्या बताती है। जैसे हम पर तकलीफें क्यों आती हैं, मरने के बाद क्या होता है, परिवार कैसे सुखी हो सकता है।
परमेश्वर ने हमें क्यों बनाया?
आप शायद सोचें कि आज दुनिया में इतनी समस्याएँ क्यों हैं। बाइबल सिखाती है कि परमेश्वर बहुत जल्द धरती से दुख-तकलीफें, बीमारी और मौत को मिटा देगा।
अध्याय 1
परमेश्वर कौन है?
क्या आपको लगता है कि परमेश्वर को आपकी परवाह है? उसकी शख्सियत के बारे में सीखिए और यह भी कि आप कैसे उसके दोस्त बन सकते हैं।
अध्याय 2
बाइबल परमेश्वर की तरफ से है
अपनी समस्याओं का सामना करने में बाइबल कैसे आपकी मदद कर सकती है? आप इसमें लिखी भविष्यवाणियों पर क्यों यकीन कर सकते हैं?
अध्याय 3
परमेश्वर ने इंसानों को क्यों बनाया?
जब यह धरती एक सुंदर बगीचा बन जाएगी तो ज़िंदगी कैसी होगी?
अध्याय 4
यीशु मसीह कौन है?
जानिए कि क्या सबूत है कि यीशु ही वादा किया गया मसीहा है, वह कहाँ से आया था और उसे क्यों यहोवा का इकलौता बेटा कहा जाता है।
अध्याय 6
मरने के बाद क्या होता है?
जानिए कि बाइबल में इन सवालों के क्या जवाब दिए गए हैं: मरे हुए कहाँ हैं? इंसान क्यों मरता है?
अध्याय 7
जिनकी मौत हो गयी है उन्हें ज़िंदा किया जाएगा!
क्या आपने किसी अपने को मौत में खोया है? क्या आप उससे दोबारा मिल पाएँगे? जानिए कि बाइबल मरे हुओं के ज़िंदा किए जाने के बारे में क्या सिखाती है।
अध्याय 8
परमेश्वर का राज क्या है?
कई लोग प्रभु की प्रार्थना जानते हैं? “तेरा राज आए,” इसका क्या मतलब है?
अध्याय 9
क्या दुनिया का अंत करीब है?
गौर कीजिए कि हमारे आस-पास के लोगों का रवैया और उनके काम कैसे दिखाते हैं कि हम दुनिया के अंत से पहले के समय में जी रहे हैं, ठीक जैसे बाइबल में भविष्यवाणी की गयी थी।
अध्याय 10
स्वर्गदूतों के बारे में सच्चाई
बाइबल अच्छे और दुष्ट स्वर्गदूतों के बारे में बताती है। क्या स्वर्गदूत सचमुच में होते हैं? क्या वे हमारी मदद कर सकते हैं या हमें नुकसान पहुँचा सकते हैं?
अध्याय 11
दुनिया में इतनी दुख-तकलीफें क्यों हैं?
कई लोग सोचते हैं कि दुनिया की तकलीफों के लिए परमेश्वर दोषी है। आप क्या सोचते हैं? जानिए कि परमेश्वर तकलीफों की क्या वजह बताता है।
अध्याय 12
आप परमेश्वर के दोस्त कैसे बन सकते हैं?
आप ऐसी ज़िंदगी जी सकते हैं जिससे यहोवा खुश हो। सच तो यह है कि आप उसके दोस्त बन सकते हैं।
अध्याय 13
जीवन—एक अनमोल तोहफा
गर्भपात, खून चढ़ाने और जानवरों के साथ कैसे पेश आना चाहिए, इन सबके बारे में परमेश्वर का क्या नज़रिया है?
अध्याय 14
आपका परिवार सुखी हो सकता है
प्यार करने के मामले में यीशु ने पतियों, पत्नियों, माता-पिताओं और बच्चों के लिए एक मिसाल रखी। हम यीशु से क्या सीखते हैं?
अध्याय 15
परमेश्वर की उपासना करने का सही तरीका
आइए सच्चे धर्म को पहचानने की छ: निशानियों पर ध्यान दें।
अध्याय 16
परमेश्वर की उपासना सही तरीके से कीजिए
दूसरों को अपने विश्वास के बारे में बताते वक्त आपके सामने कौन-सी चुनौतियाँ आ सकती हैं? उन्हें ठेस पहुँचाए बिना आप कैसे समझा सकते हैं?
अध्याय 17
प्रार्थना—एक बड़ा सम्मान
क्या परमेश्वर आपकी प्रार्थना सुनता है? इस सवाल का जवाब पाने के लिए आपको जानना होगा कि बाइबल, प्रार्थना के बारे में क्या सिखाती है।
अध्याय 18
क्या मुझे अपना जीवन परमेश्वर को समर्पित करके बपतिस्मा लेना चाहिए?
बपतिस्मा लेकर मसीही बनने के लिए क्या कदम उठाने की ज़रूरत है? जानिए कि बपतिस्मा किस बात की निशानी है और एक व्यक्ति को कैसे बपतिस्मा दिया जाना चाहिए।
अध्याय 19
यहोवा के करीब रहिए
परमेश्वर ने हमारे लिए जो कुछ किया है, उसके लिए हम अपना प्यार और एहसान कैसे दिखा सकते हैं?
ज़्यादा जानकारी
बाइबल हमें क्या सिखाती है? किताब में दिए कुछ शब्दों और बातों को समझाया गया है।