इस जानकारी को छोड़ दें

विषय-सूची को छोड़ दें

जॉर्जिया

उन्होंने अपने महान सृष्टिकर्ता को याद रखा

उन्होंने अपने महान सृष्टिकर्ता को याद रखा

अब तक हमने जिन लोगों के बारे में पढ़ा उनमें से कई ऐसे जवान हैं जो ‘अपनी जवानी के दिनों में अपने महान सृष्टिकर्ता को याद रखते हैं।’ (सभो. 12:1) दरअसल जॉर्जिया के 3,197 पायनियरों में से एक-तिहाई जन 25 साल या उससे कम उम्र के हैं। किन वजहों से इतने सारे जवान सच्चाई में अच्छी तरक्की कर रहे हैं?

एक वजह यह है कि जॉर्जिया में परिवार के सदस्यों के बीच रिश्ता बहुत मज़बूत होता है। कोंस्तानतीने, जिसने सच्चाई में पाँच बच्चों की परवरिश की है, कहता है: “मैंने महसूस किया था कि यहोवा हमसे प्यार करनेवाला पिता है और यही बात मुझे सच्चाई की तरफ खींच लायी थी। जब मैं एक पिता बना तो मैंने ठान लिया कि मैं अपने बच्चों की इस तरह परवरिश करूँगा कि वे मुझसे डरे नहीं बल्कि मुझसे बेझिझक बात करें।”

मालखाज़ी और उसकी पत्नी, जिनके तीन बच्चे हैं, अपने परिवार में सबके बीच मज़बूत रिश्ता बनाए रखने के लिए बहुत मेहनत करते हैं। मालखाज़ी कहता है, “समय-समय पर हम अपने बच्चों से कहते हैं कि वे सोचकर रखें कि उन्हें एक-दूसरे के बारे में और हमारे बारे में क्या बात अच्छी लगती है और फिर ये बातें पारिवारिक उपासना में बताएँ। इस तरह उन्होंने दूसरों की अच्छाइयों पर ध्यान देना और उनकी कदर करना सीखा है।”

“आज मैं ज़िंदगी में वाकई खुश हूँ!”

माता-पिताओं के अलावा, प्राचीन भी बच्चों की मदद करते हैं। वे छोटे बच्चों को भी मंडली के कामों में शामिल करने की कोशिश करते हैं। नेस्तोरी, जिसने 11 साल की उम्र में बपतिस्मा लिया था, बताता है: “जब मैं बहुत छोटा था तब से प्राचीन मुझे कई छोटे-छोटे काम देने लगे। इससे मुझे एहसास हुआ कि मैं भी मंडली का हिस्सा हूँ।”

इसके अलावा, दूसरों की अच्छी मिसाल और प्राचीनों से मिलनेवाली मदद बहुत मायने रखती है। नेस्तोरी का भाई कोबा बताता है, “जब मैं एक किशोर था तो मैंने ऐसी समस्याओं का सामना किया जो मेरे भाई और बहन ने नहीं किया था। एक जवान प्राचीन ने, जो मेरे लिए एक अच्छी मिसाल था, हमेशा मेरी भावनाओं को समझने की कोशिश की। उसने मुझमें कभी नुक्स नहीं निकाले। उसने मुझे यहोवा के पास लौट आने में बहुत मदद दी।”

आज नेस्तोरी और कोबा अपनी बहन मारी के साथ दूर-दराज़ के एक इलाके में सेवा कर रहे हैं। कोबा कहता है, “आज मैं ज़िंदगी में वाकई खुश हूँ!”

“मेरे बच्चे सच्चाई की राह पर चल रहे हैं”

शाखा दफ्तर भी माता-पिताओं की बहुत मदद करता है ताकि वे अपने बच्चों की अच्छी तरह परवरिश कर सकें। शाखा दफ्तर जवान मसीहियों को कई कामों में शामिल करता है। शाखा-समिति का एक सदस्य कहता है, “हमारे जवान भाई-बहन हमारे लिए बहुत अनमोल हैं, इसलिए उन्हें परमेश्वर की सेवा में अपने लक्ष्य हासिल करने में हम मदद देते हैं।”

जॉर्जिया के साक्षियों ने अंतर्राष्ट्रीय सेवकों के साथ मिलकर तिब्लिसी में सम्मेलन भवन बनाया

जब जवान लोग प्रौढ़ भाई-बहनों के साथ मिलकर काम करते हैं और उनके साथ संगति करते हैं तो यह उन पर गहरी छाप छोड़ता है। मामुका नाम के जवान का यही अनुभव रहा है। उसने तिब्लिसी में सम्मेलन भवन बनाने में अंतर्राष्ट्रीय सेवकों के साथ काम किया है। वह कहता है, “ऐसे अंतर्राष्ट्रीय निर्माण कामों में हिस्सा लेने से मुझे दूसरों से सीखने के कई बढ़िया मौके मिले। मैंने काम का हुनर सीखने के साथ-साथ परमेश्वर की सेवा से जुड़ी कई बातें भी सीखीं।”

परिवार में मज़बूत रिश्ते, प्राचीनों से मिलनेवाले हौसले और अच्छी मिसाल रखनेवाले भाई-बहनों की वजह से जॉर्जिया के बहुत-से जवानों पर बढ़िया असर हुआ है। उनके माता-पिता प्रेषित यूहन्ना की तरह यह महसूस करते हैं: “मुझे इससे ज़्यादा किस बात से खुशी मिल सकती है कि मैं यह सुनूँ कि मेरे बच्चे सच्चाई की राह पर चल रहे हैं।”—3 यूह. 4.

कई और भाषाओं में अनुवाद

सन्‌ 2013 में शासी निकाय ने सभी शाखा दफ्तरों से कहा कि वे इस बात का पता लगाएँ कि क्या उनकी निगरानी में आनेवाले इलाकों में किसी और भाषा में प्रकाशनों की ज़रूरत है। इसका मकसद था, ज़्यादा लोगों तक खुशखबरी पहुँचाना।

इसलिए जॉर्जिया के शाखा दफतर ने फैसला किया कि स्वान और मिंग्रेलियन भाषा में प्रकाशनों का अनुवाद किया जाएगा। ये दोनों भाषाएँ जॉर्जियाई भाषा से इतनी मिलती-जुलती हैं कि कुछ लोग इन्हें उसकी बोलियाँ मानते हैं।

स्वानेती प्रांत के जोशीले पायनियरों ने लिखा, “स्वान भाषा बोलनेवालों को परमेश्वर के बारे में जानने में बहुत दिलचस्पी है और वे बाइबल का गहरा आदर करते हैं। यहाँ तक कि जो लोग पहले हमारी किताबें लेने से झिझकते थे उन्हें जब उनकी मातृ-भाषा में किताबें दी गयीं तो उन्होंने ले लीं।”

मिंग्रेलियन बोलनेवाले सभी प्रचारक बहुत खुश हुए जब उनकी मातृ-भाषा में सभाएँ होने लगीं। गीगा नाम का एक जवान पायनियर कहता है, “अब मैं सभाओं में अपने शब्दों में जवाब दे पाता हूँ। मुझे जवाब देने से पहले सोचना नहीं पड़ता कि दूसरी भाषा में उसे कैसे कहूँ।”

भाई ज़ुरी, जो तखाइया की मिंग्रेलियन मंडली का एक प्राचीन है, कहता है, “मेरी ज़िंदगी में कई बार दुख और खुशी के पल आए, मगर मेरी आँखों में कभी आँसू नहीं आए थे। लेकिन जब पहली बार सभा में मिंग्रेलियन में राज-गीत गाए गए तो सबकी आँखों में आँसू आ गए, मेरी आँखों में भी।”

हाल की कुछ खास घटनाएँ

शनिवार, 6 अप्रैल, 2013 को जॉर्जिया में यहोवा के साक्षियों के इतिहास में एक खास घटना घटी। शासी निकाय के सदस्य भाई डेविड स्प्लेन ने कुछ इमारतों का समर्पण भाषण दिया। ये थीं शाखा दफ्तर की वे इमारतें जिनकी मरम्मत की गयी थी, उसकी कुछ नयी इमारतें, एक सम्मेलन भवन और बाइबल स्कूल के लिए बनायी गयी एक नयी इमारत। इस मौके के लिए 24 देशों से 338 भाई-बहन आए। जॉर्जिया के कई साक्षियों ने उनके लिए अपने घर के साथ-साथ दिल के दरवाज़े भी खोल दिए।

अगले दिन भाई स्प्लेन ने एक खास भाषण दिया जो 15,200 लोगों ने सुना। यह भाषण वीडियो के ज़रिए देश-भर की मंडलियों को प्रसारित किया गया। यह जॉर्जिया में अब तक हुई सबसे बड़ी अंतर्राष्ट्रीय सभा थी। उस मौके पर भाई-बहन बहुत खुश थे और उन्होंने एक-दूसरे का हौसला बढ़ाया। वह नज़ारा देखनेलायक था! एक जवान भाई ने कहा, “अब मैं जान गया हूँ कि नयी दुनिया कैसी होगी।”

सन्‌ 2013 में तिब्लिसी के शाखा दफ्तर का समर्पण कार्यक्रम

‘मसीही जोड़ों के लिए बाइबल स्कूल’ जो अब ‘राज प्रचारकों के लिए स्कूल’ कहलाता है, जॉर्जिया में यहोवा के लोगों के लिए बहुत फायदेमंद साबित हुआ है। सन्‌ 2013 से 200 से ज़्यादा विद्यार्थियों को इस स्कूल में सिखाया गया है। उन्हें जो शिक्षा मिली है उसके लिए वे दिल से एहसानमंद हैं और ज़्यादा ज़रूरतवाली जगहों में जाकर सेवा करने के लिए तैयार हैं।

‘आगे रखी बातों की तरफ बढ़ रहे हैं’

शुरू के राज प्रचारकों ने हिम्मत से जो काम किया उसकी वजह से पूरे जॉर्जिया में खुशखबरी फैल गयी है। परमेश्वर और पड़ोसी के लिए उनमें निस्वार्थ प्यार था, उनका विश्वास मज़बूत था, उन्होंने हिम्मत से काम लिया और परमेश्वर की सेवा के लिए पहल की। इसलिए यहोवा ने उन्हें भरपूर आशीषें दीं।

आज जॉर्जिया में 18,000 से ज़्यादा भाई-बहन हैं जो खुशी-खुशी उस काम को आगे बढ़ा रहे हैं जो पुराने ज़माने के भाई-बहनों ने शुरू किया था। वे अपने पड़ोसियों को खुद यह अनुभव करने में मदद दे रहे हैं कि परमेश्वर के वचन में ताकत है।—फिलि. 3:13; 4:13.

जॉर्जिया की शाखा-समिति: वेन तौमचक, लेवानी कोपालीयानी, जोनी शालामबेरीद्‌ज़े, माइकल ई. जोन्स