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फिलिप्पियों के नाम चिट्ठी

अध्याय

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सारांश

  • 1

    • नमस्कार (1, 2)

    • परमेश्‍वर का धन्यवाद; पौलुस की प्रार्थना (3-11)

    • मुश्‍किलों के बावजूद खुशखबरी फैलती है (12-20)

    • जीना मसीह के लिए, मरना फायदे के लिए (21-26)

    • चालचलन खुशखबरी के योग्य हो (27-30)

  • 2

    • मसीहियों की नम्रता (1-4)

    • मसीह नम्र बना; महान किया गया (5-11)

    • अपने उद्धार के लिए काम करो (12-18)

      • रौशनी की तरह चमकना (15)

    • तीमुथियुस और इपाफ्रोदितुस को भेजना (19-30)

  • 3

    • शरीर पर भरोसा नहीं करते (1-11)

      • मसीह की खातिर सब बातों को बेकार समझा (7-9)

    • खुद को खींचते हुए लक्ष्य की तरफ बढ़ना (12-21)

      • स्वर्ग की नागरिकता (20)

  • 4

    • एकता, खुशी मनाना, सही विचार (1-9)

      • किसी भी बात को लेकर चिंता मत करो (6, 7)

    • फिलिप्पी के भाइयों के तोहफे की कदर (10-20)

    • आखिर में नमस्कार (21-23)