योना—हिम्मत और दया की दास्तान
यहोवा चाहता था कि योना, अश्शूर के शहर नीनवे को सज़ा का संदेश सुनाने जाए। मगर भविष्यवक्ता योना ने यहोवा की बात नहीं मानी। लेकिन इसके बाद जो रोमांचक घटनाएँ हुईं उनकी वजह से योना ने हिम्मत दिखाने और दया करने का असली मतलब सीखा।
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योना—उसने अपनी गलतियों से सबक सीखा
क्या आप भी कभी योना की तरह कोई ज़िम्मेदारी कबूल करने से डर गए? उसकी कहानी हमें यहोवा के सब्र और उसकी दया के बारे में बहुत कुछ सिखाती है।
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योना—उसने दया दिखाना सीखा
योना की कहानी से कैसे हमें खुद की ईमानदारी से जाँच करने का बढ़ावा मिलता है?
नाटक के अंदाज़ में पढ़ी गयी आयतें